Top bhairav kavach Secrets
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महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं में सर्वतो गिरा
ಮಂತ್ರೇಣ ಮ್ರಿಯತೇ ಯೋಗೀ ಕವಚಂ ಯನ್ನ ರಕ್ಷಿತಃ
संहार भैरवः पायादीशान्यां च महेश्वरः
सत्यं सत्यं पुनः सत्यं सत्यमेव न संशयः ॥ २॥
दीप्ताकारं विशदवदनं सुप्रसन्नं त्रिनेत्रं
वैसे तो भैरव कवच का पाठ नित्य पूजा में बोलकर आसानी से किया जा सकता है, यदि कोई विशेष कामना हो, जैसे किसी तंत्र बाधा से रक्षा, परीक्षा में सफलता, चुनाव में विजय आदि तो इस विधि से भैरव कवच का पाठ करें।
ई.डी, सी.बी.आई, सी.आई.डी जैसे यदि बुरे केस हो तो, अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और भैरव कवच का पाठ करें।
कालीपार्श्वस्थितो देवः सर्वदा पातु मे मुखे click here ॥ २३॥